भारत में वर्मीकम्पोस्ट मांग हर दिन बढती जा रही है, क्योंकि ये एक तरह का खाद है, जो खेतों में बागों में और नर्सरियों बहुत ज्यादा तादाद में इस्तेमाल किया जाता है,
जिस जगह पर आप वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाना चाहते हैं, उस जगह पर जलभराव नहीं होना चाहिए. इसके अलावा वर्मी कंपोस्ट यूनिट शुरू करने के लिए पशुओं का गोबर, केंचूए, की आवश्यकता होगी,
जिस जगह पर आप वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाना चाहते हैं, उस जगह पर जलभराव नहीं होना चाहिए. इसके अलावा वर्मी कंपोस्ट यूनिट शुरू करने के लिए पशुओं का गोबर, केंचूए, की आवश्यकता होगी,
ये लगभग 100 रुपये प्रति किलो मिलते हैं. केंचूओं में एक खास बात यह है कि यह बहुत तेजी से बड़े होते हैं, और यह दो से तीन महीने में लगभग दोगुने हो जाते हैं.
ये लगभग 100 रुपये प्रति किलो मिलते हैं. केंचूओं में एक खास बात यह है कि यह बहुत तेजी से बड़े होते हैं, और यह दो से तीन महीने में लगभग दोगुने हो जाते हैं.
यही केंचुए आपके नएं यूनिट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। नएं यूनिट को शुरू करने के लिए आपको खरीदना है गोबर,पॉलीथिन सीट और धान की पराली
जिसमें बहुत ज्यादा खर्च नहीं करना होगा.
यही केंचुए आपके नएं यूनिट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। नएं यूनिट को शुरू करने के लिए आपको खरीदना है गोबर,पॉलीथिन सीट और धान की पराली
जिसमें बहुत ज्यादा खर्च नहीं करना होगा.
केंचूए दो महीने में गोबर को वर्मी कंपोस्ट खाद में तबदील कर देंगे. इसे 50 हजार की लागत में शुरू करके हर दो महीने में लगभग एक लाख रूपये तक मुनाफा कमा सकते हैं
केंचूए दो महीने में गोबर को वर्मी कंपोस्ट खाद में तबदील कर देंगे. इसे 50 हजार की लागत में शुरू करके हर दो महीने में लगभग एक लाख रूपये तक मुनाफा कमा सकते हैं